Atul pradhan biography of rory
The article examines the key developments in Palestinian politics in the post-Arafat era, including the decision of Hamas to participate in the democratic.
This journey is both personal and professional, reflecting various facets of his life in Calcutta, with various lens....
रामबाबू मित्तल, मेरठ: मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से सुप्रीम कोर्ट के वकील भानु प्रताप का टिकट काटकर समाजवादी पार्टी से अतुल प्रधान को प्रत्याशी बनाए गया है। अतुल प्रधान सरधना के मौजूदा विधायक हैं। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ कैंपस की छात्र राजनीति से अपना करियर शुरू करने वाले अतुल प्रधान सपा छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे और अब सपा विधायक हैं।
छात्र राजनीति करते हुए अतुल प्रधान पहली बार सरधना सीट पर में सपा के सिंबल पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था। हालांकि भाजपा के संगीत सोम से हार गए और तीसरे नंबर पर रहे। इसके बाद से उनकी पहचान सपा नेता के तौर पर होने लगी। अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री थे, तो अतुल प्रधान ने फलावदा में 21 मार्च को सद्भावना रैली कराई थी। इसमें समर्थकों की बड़ी भीड़ पहुंची। इसके बाद से इन्हें अखिलेश का करीबी बताया जाता है। साल में भी सपा ने अतुल को ही प्रत्याशी बनाया। इस बार भी उन्हें हार मिली और भाजपा के संगीत सोम जीते थे।
छात्र राजनीति करते हुए अतुल प्रधान पहली बार सरधना सीट पर में सपा के सिंबल पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था। हालांकि भाजपा के संगीत सोम से हार गए और तीसरे नंबर पर रहे। इसके बाद से उनकी पहचान सपा नेता के तौर पर होने लगी। अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री थे, तो अतुल प्रधान ने फलावदा में 21 मार्च को सद्भावना रैली कराई थी। इसमें समर्थकों की बड़ी भीड़ पहुंची। इसके बाद से इन्हें अखिलेश का करीबी बताया जाता है। साल में भी सपा ने अतुल को ही प्रत्याशी बनाया। इस बार भी उन्हें हार मिली और भाजपा के संगीत सोम जीते थे।